भ्रष्ट कौन है- आप या सरकार?
कड़वा है पर सच है!
बचपन से आप सभी ने अपने बड़ों के या बाहर के लोगों से सुना होगा कि सरकार भ्रष्ट है ,निकम्मी सरकार है ,वगैरा वगैरा ...और जब आप बड़े हो जाते हो तब तक आपके दिमाग मे वो बचपन मे सुनी हुई बात छप जाती है और आप सब ये सच मान के उसी लाइन मे खड़े हो जाते हो | बहोत ही कम लोग है जो इस बात को समझ पाते है |
इस दुनिया मे आधी आवादी तो सरकार को दोष लगाने मे इतनी मगन हो जाती है कि उसे अपनी निजी ज़िंदगी की कोई पर्वा नहीं रहती और ऐसे करते -करते आपकी लाइफ खराब हो जाती है आप अपनी ज़िंदगी मे कुछ कर ही नहीं पाते क्यूकी आपने सारा टाइम system और सरकार को दोष देने मे निकाल दिया होता है
जो लोग समझदार होते हैं वो इन सब बातो मे ध्यान न देके अपने मकसद पर ध्यान देते हैं और अपनी लाइफ मे कुछ बन् आते हैं वो आलोचना करने वालों से बहोत दूर निकल जाते हैं
अब बात यहा पे आती है कि कौन गलत है कौन सही है
तो दोस्तों एक बात जान-लो यहाँ पे कोई सही और कोई गलत नहीं है
मानलो कि आप राशन लेने जा रहे हो और राशन वाला मक्कारी करे राशन होते हुए भी आपको राशन न देने के बहाने लगाए या उसमे मिलावट कर दे या कम राशन दे तो
आपके मुह से सिर्फ एक ही शब्द निकलेगा कि ये सरकार बहोत भ्रष्ट है किसी काम की नहीं है
आप सीधे सरकार को दोष दोगे लेकिन क्यूँ
बताओ आप सरकार को दोष क्यूँ दे रहे हो
क्या सरकार आके राशन की दुकान पे बैठी है खुद आपके साथ गलत कर रही है
अब आप कहोगे कि वो सरकार का आदमी है तो सरकार भ्रष्ट हुई ना
तो मै बता दूँ कि अगर आपके घर का कोई एक सदस्य कुछ गलत कर रहा है तो क्या आप भी उसीकी तरह गलत कहलाओगे नहीं ना तो फिर सरकार के मामले मे ऐसा क्यूँ
वो जो राशन बाँट रहा है ना वो कितना अच्छा और सच्चा है और कितना बुरा ये सरकार उसके अंदर झांक के नहीं देखती वो लोग डीलर होते है कान्ट्रैक्ट के द्वारा अपॉइन्ट होते हैं
तो इसमे सरकार कहाँ से गलत हो गई
वो राशन वाला आपकी तरह काम करने वाला होता है ईमानदार होगा तो ईमानदारी से काम करेगा नहीं तो बेमानी से
आपको इसका प्रोसेस बताती हूँ कि भ्रष्ट कौन और कैसे है एक Example से
तो मानलो CM ने 300 crore के Packege का ऐलान किया कि
इतने रुपये गरीबों मे बांटे जाएंगे तो आपको तो यही तक पता होता है उसके बाद आप लोगों को सीधे जब Packege बटता है तब पता चलती है
लेकिन उस बीच के Period मे क्या होता है कभी आपने ये सोचा है नहीं तो आज आपको बाताती हूँ
जब Packege बांटने की बात होती है उसके बाद सरकार Contractors को Search करती है जो आप तक वो पैसा पहुचाते हैं अब जब Contractors मिल जाते हैं तब सरकार उनसे जानती है कि कैसे क्या करना है तो दोस्तों क्या आप लोग पहली नजर मे देख के एक इंसान को पहचान सकते हो कि वो कैसा है और कैसा नहीं
नहीं ना
सरकार उनके काम का बैकग्राउंड देखेगी कि उन्होंने पहले कैसा काम किया है कहीं उसमे कोई गड़बड़ी तो नहीं है
वो लोग झूठी रिपोर्ट भी बनवा सकते हैं तो जब सब पक्का हो जाता है तो उन्हे कान्ट्रैक्ट दे दिया जाता है अब वो कान्ट्रैक्ट मिलते ही अपना काम शुरू करते है सरकार को दिखाने के लिए शुरू मे तो सही काम करते हैं बाद मे धीरे धीरे करके घपले-बाजी शुरू कर देते है सरकार को सही रिपोर्ट दिखाने के लियते वो सब set करके रखते है और ऐसे करके वो आप तक पूरी राशि नहीं पहुचाते बीच मे ही खुद खा जाते हैं
और आप सोचते रह जाते हो कि अरे CM तो बोल के ही रह गया
नहीं दोस्तों ऐसा नहीं है
आपके और सरकार के बीच के दुश्मन ये बीच वाले दलाल हैं
CM के पास इतना पैसा होता है कि वो आपका पैसा बचाके कहाँ रखेगा बताओ एक टाइम पे लालची इंसान के पास भी हद्द से ज्यादा रुपया आजाए तो वो लालच काम कर देता है
अगर आपको समझ ना आया होतो एक Best Example आपको बताती हूँ जो हक़ीक़त है
आप लोग सरकारी स्कूल मे पड़े हो 2014 से पहले
तब सरकारी स्कूल मे UP के बच्चों को scholarship दी जाती थी वो scholarship कैसे दी जाती थी आपके पता है
उसमे ये होता था कि
स्कालर्शिप आपके बैंक account मे नहीं आती थी बल्कि आपकी scholarship पहले आपके स्कूल के अकाउंट मे आती थी तो आपको पता है उस टाइम पे teachers क्या करते थे जितने भी बच्चों की स्कालर्शिप आती थी उसमे से सिर्फ 3 या 4 ऐसे बच्चों को पकड़ते थे जो SC या ST Caste के होते थे और कुछ Other Caste मे से 2 बच्चे ऐसे जिनकी Income बिल्कुल ही Low होती थी सिर्फ उन्ही बच्चों की ही scholarship को वो बांटते थे बाकी बच्चों की scholarship को वो खुद खा जाते थे ऐसे करके बाकी बच्चों का हक उनसे छीन लिया जाता था और बचे हुए बच्चों को बोल दिया जाता था की उनकी Scholarship आई नहीं है जबकि उनकी Scholarship आती थी
ये मैंने अपनी आँखों से देखा था तो उस सिस्टम को देखते हुए govt.ने सभी बच्चों को Scholarship के लिए उनको उनका अलग से बैंक अकाउंट खोलने के लिए rule बनाया और तबसे दोस्तों आप यकीन नहीं करोगे बाकायदा बच्चों के Account मे बिना घपले के स्कालर्शिप आती है
अब बताइए दोस्तों उस टाइम पे Teachers खाते थे तो लोग बोलते थे कि सरकार Scholarship के नाम पर धोखा देती है
अब इसमे किसकी गलती होती थी
ना आपकी ना सरकार की
असली दुश्मन तो दलाल होते हैं लेकिन समझने वाले समझ जाते है बाकी के दलाल को छोड़के सरकार को दोष देते हैं दोस्तों सरकार भ्रष्ट नहीं है सरकार के नीचे काम करने वाले भ्रष्ट है
मे ये नहीं बोलती की सरकार सरीफ़ है
नहीं उसमे भी खामियाँ है लेकिन सभी खामियाँ उसमे नहीं है कुछ आप मे भी हैं
इसीलिए आप किसी को दोष मत दीजिए आप अपने मकसद पर ध्यान दीजिए और अपनी जिन्दगी बनाईए
ये लोग तो अपनी ज़िंदगी बनाने के लिए ही आपको इन सब चक्करों मे डालते हैं आपको उल्लू बानते हैं और आप बन जाते है
इसीलिए दोस्तों आप मत सोचिए कि इस सरकार ने आपके मन की नहीं की
नहीं की तो नहीं की क्यूँ React करना फालतू का
आपने देखा होगा समझदार इंसान कम ही बोलते हैं
क्यूंकी उन्हे पता है चिल्ला के गला फाड़ के या अपनी बात गुटों मे करके कुछ नहीं मिलेगा
समझदार लोगों को सिर्फ अपने काम से मतलब होता है दूसरों के काम से नहीं
उसको पता है सरकार पब्लिक के खिलाफ गई तो अगली बार उसके आने के Chance कम होते हैं
इसीलिए कोई सरकार नही चाहेगी कि वो हार जाए
इसलिए वो आज आपकी नहीं सुन् रही लेकिन आगे जरूर सुनेगी
धन्यवाद दोस्तों
गलती हो गई गो तो माफ करदेना
ये सिर्फ मेरा point ऑफ view था किसी और का नहीं आप अपना point of view comment कर सकते हो
नहीं दोस्तों ऐसा नहीं है
आपके और सरकार के बीच के दुश्मन ये बीच वाले दलाल हैं
CM के पास इतना पैसा होता है कि वो आपका पैसा बचाके कहाँ रखेगा बताओ एक टाइम पे लालची इंसान के पास भी हद्द से ज्यादा रुपया आजाए तो वो लालच काम कर देता है
अगर आपको समझ ना आया होतो एक Best Example आपको बताती हूँ जो हक़ीक़त है
आप लोग सरकारी स्कूल मे पड़े हो 2014 से पहले
तब सरकारी स्कूल मे UP के बच्चों को scholarship दी जाती थी वो scholarship कैसे दी जाती थी आपके पता है
उसमे ये होता था कि
स्कालर्शिप आपके बैंक account मे नहीं आती थी बल्कि आपकी scholarship पहले आपके स्कूल के अकाउंट मे आती थी तो आपको पता है उस टाइम पे teachers क्या करते थे जितने भी बच्चों की स्कालर्शिप आती थी उसमे से सिर्फ 3 या 4 ऐसे बच्चों को पकड़ते थे जो SC या ST Caste के होते थे और कुछ Other Caste मे से 2 बच्चे ऐसे जिनकी Income बिल्कुल ही Low होती थी सिर्फ उन्ही बच्चों की ही scholarship को वो बांटते थे बाकी बच्चों की scholarship को वो खुद खा जाते थे ऐसे करके बाकी बच्चों का हक उनसे छीन लिया जाता था और बचे हुए बच्चों को बोल दिया जाता था की उनकी Scholarship आई नहीं है जबकि उनकी Scholarship आती थी
ये मैंने अपनी आँखों से देखा था तो उस सिस्टम को देखते हुए govt.ने सभी बच्चों को Scholarship के लिए उनको उनका अलग से बैंक अकाउंट खोलने के लिए rule बनाया और तबसे दोस्तों आप यकीन नहीं करोगे बाकायदा बच्चों के Account मे बिना घपले के स्कालर्शिप आती है
अब बताइए दोस्तों उस टाइम पे Teachers खाते थे तो लोग बोलते थे कि सरकार Scholarship के नाम पर धोखा देती है
अब इसमे किसकी गलती होती थी
ना आपकी ना सरकार की
असली दुश्मन तो दलाल होते हैं लेकिन समझने वाले समझ जाते है बाकी के दलाल को छोड़के सरकार को दोष देते हैं दोस्तों सरकार भ्रष्ट नहीं है सरकार के नीचे काम करने वाले भ्रष्ट है
मे ये नहीं बोलती की सरकार सरीफ़ है
नहीं उसमे भी खामियाँ है लेकिन सभी खामियाँ उसमे नहीं है कुछ आप मे भी हैं
इसीलिए आप किसी को दोष मत दीजिए आप अपने मकसद पर ध्यान दीजिए और अपनी जिन्दगी बनाईए
ये लोग तो अपनी ज़िंदगी बनाने के लिए ही आपको इन सब चक्करों मे डालते हैं आपको उल्लू बानते हैं और आप बन जाते है
इसीलिए दोस्तों आप मत सोचिए कि इस सरकार ने आपके मन की नहीं की
नहीं की तो नहीं की क्यूँ React करना फालतू का
आपने देखा होगा समझदार इंसान कम ही बोलते हैं
क्यूंकी उन्हे पता है चिल्ला के गला फाड़ के या अपनी बात गुटों मे करके कुछ नहीं मिलेगा
समझदार लोगों को सिर्फ अपने काम से मतलब होता है दूसरों के काम से नहीं
उसको पता है सरकार पब्लिक के खिलाफ गई तो अगली बार उसके आने के Chance कम होते हैं
इसीलिए कोई सरकार नही चाहेगी कि वो हार जाए
इसलिए वो आज आपकी नहीं सुन् रही लेकिन आगे जरूर सुनेगी
धन्यवाद दोस्तों
गलती हो गई गो तो माफ करदेना
ये सिर्फ मेरा point ऑफ view था किसी और का नहीं आप अपना point of view comment कर सकते हो
THANKYOU SO MUCH

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